![](https://i0.wp.com/allimpulses.in/wp-content/uploads/2023/08/png_20230802_221802_00003510194856385243118.png?resize=900%2C569&ssl=1)
Eye Flu से कैसे बचें: इस वक्त देश के सभी राज्य में Eye Flu की समस्या देखने को मिल रही है, बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्गो सभी में यह समस्या देखने को मिल रहा है अर्थात् अभी के समय इसी समस्या के शिकार हो रहे हैं।
देश भर में हो रही भारी बारिश और बाढ़ के हालातों के साथ जूझ रहे है सभी इस बिच आई फ्लू ( Eye Flu) का कहर बढ़ रहा है। देश भर में ज्यादातर सभी इस परेशानी के चपेट में आ रहे है जिसे आई फ्लू कह रहे है, आई फ्लू एक कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) कहा जाता है। कंजंक्टिवाइटिस एक वायरल इन्फेक्शन है जो की तेजी से फैल रहा है, आई फ्लू को, आंख आना भी कहा जाता है। देश में हालात यह भी है की छोटे बच्चो में बढ़ती आई फ्लू ( Eye Flu ) की समस्या को देखते हुए कई स्कूलों को भी बंद करना पड़ा है क्योंकि कंजंक्टिवाइटिस (आंख आना) इन्फेक्शन की समस्या ज्यादातर बच्चो में ही देखा जा रहा है। आंखो की इस फ्लू से संक्रमित होने पर लोगो की आंख लाल हो जाती है उनमें खुजली होने लगती है साथ ही साथ आंखो में पानी आ जाना, सूजन इत्यादि समस्याओं का सामना करना पड़ता है और यह इंफेक्शन पीड़ित की आंखों को देखने से भी फैल सकता सकता है तो आईए जानते है की कैसे हम इन समस्याओं से बचें-
यह वायरस तेजी से फैल रही है जो गंदगी, भारी बारिश जैसे मौसम के कारण हो रही है जो की पीड़ित की आंखों में आंख आना, आंखो से पानी बहना, सूजन, खुजली इत्यादि समस्याओं को बढ़ाता है ऐसे सिचुएशन में अगर आप है तो इन टिप्स को अपनाएं जिससे आप कंजंक्टिवाइटिस इंफेक्शन से आप ग्रशित होने से बच सकते है। आंख आने की समस्या यदि आपमें या आपके आस-पास देखी जा रही है तो इन सभी कार्य को अपनाकर आप इस इंफेक्शन से बच सकते है। यदि आप आई फ्लू से ग्रषित है तो डॉक्टर की सलाह अवश्य लें , अपनें या ग्रसित व्यक्ति की उपयोग की चीजे जैसे – तौलिया, रूमाल इत्यादि सामाग्री का साझा किसी अन्य व्यक्ति के साथ न करें, आंख में खुजली होने पर खुजली न करें, यदि यह इंफेक्शन हो तो चश्मे का प्रयोग करें जिससे आपको या आपके आस-पास वालों को न हो। इंफेक्शन होने पर व्यक्ति को घर में ही रहे , बाहर जाने पर इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। आंखो को बार बार धोए, हाथों को बार बार धोते रहे।
Eye Flu को ठीक होने में लगभग 5 से 10 दिन में ठीक हो जाता है इस इंफेक्शन का अहम कारण मौसम में बदलाव जिससे मानसून में वायरस और क्लैमिडिया वायरस का खतरा अधिक बढ़ गया है, इस मौसम में ह्यूमिडिटी की वजह से भी वायरस को फैलने का मौका मिलता है वहीं नमी की वजह से वायरस हमारे शरीर में लम्बे समय तक रह सकता है इन्ही कारणों की वजह से भी यह इंफेक्शन दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रही है।