7 ways to increase self confidence |आत्मविश्वास बढ़ाने के 7 तरीके

क्या है आत्मविश्वास? आत्मविश्वास स्वयं की स्वैछा होती है जो की किसी भी व्यक्ती को अपने किसी कार्य को करने व उस कार्य में पारंगता अर्थात किसी कार्य में निपुर्णता को प्राप्त करता है जिससे की वह व्यक्ती अपने कार्य को आसानी से करने में समर्थ होता है। यदि कोई व्यक्ती अपने आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी कैसे करें व चाहे आपका समय खराब चल रहा हो और परेशान हो तो अपने आप को आश्वस्त करने के लिए प्रेरणा की आवश्यकता हो कि यह सब ठीक हो जाएगा तो यह लेख आप सभी के लिए है जो की आपके आत्मविश्वास में इज़ाफा करने में सहायक व आपकों दृढ़-निश्चयी बनाने में सहायक होगी –

1. जल्दी सो जाना :- ज्यादातर सफल व्यक्ति रात्रि 9 बजे तक सो जाते है यदी आप भी सफल व्यक्तियों को श्रेणी में अपना नाम दर्ज करवाना चाहते हो या सफलता की नई ऊंचाईयों को छूना चाहते है तो जल्दी सोने की प्रयत्न करे ताकि आप अगली सुबह की कामों में देरी न हो और आप अपने कार्य को सुदृढता के साथ किसी भी परेशानी की साथ करे जैसे की अधूरी नींद इत्यादि समस्या ना हो।

2. सुबह जल्दी उठना :- सुबह-सुबह सूरज उगने से पहले उठना यह मुश्किल जरूर है पर नामुमकिन नहीं। बड़े-बुजुर्ग व अनुभवी लोग बताते है की सुबह जल्दी उठने के अनेकों फायदे है, यदि हम इस जीवन शैली को अपनाते है तो यह हमरे शारिरिक व मानसिक सेहत को अच्छी बनाएं रखने में सहायक होती है। सफल व्यक्तियों का यह कहना है की सुबह जल्दी उठना सफलता की सीढ़ियों पर अपनी पहली कदम रखने के बराबर है।

3. मेडिटेशन करना :- ध्यान केन्द्रित करना यह हम सभी के लिए लाभ-प्रद है जो की हमारी इस्मरण शक्ति, व बेवजह के ख्यालो से मुक्तिप्रद है जो कि हम यदि कोई कार्य कर रहे होते है तो वह हमें उन बेवजह के सवालों व उनके जवाबों के पीछे न जाए इसके प्रति सहायक होती है और हमारे शारीरिक क्रिया-कलापो में सामान्यता व क्रियाशिल रखने में सहायक होती है।

4. रोजाना वर्कआउट करना:- आत्मविश्वास बढ़ाने के तरीकों में यह अहम हैं क्योंकि ‘हेल्थ इज वेल्थ’ अर्थात् सेहत ही धन है। इसका मतलब यह है की जीवन में यदि वह स्वस्थ, रोग-रहित है तो आप यदि उसमे गौर करें तो यह पाएंगे की उसकी आत्मविश्वास में प्रगाढ़ता देखी जाएगी क्योंकि कोई भी कोई भी अधिक धन के बगैर जी सकता है लेकिन अच्छी स्वास्थ्य के बिना नही।

5. ज्यादा से ज्यादा पानी पिए:– हम सभी के शरीर में अधिकतम मात्रा में जल होता हैं जो की हमारे शरीर को क्रियान्वित (क्रियाशील) रखती है। मानव शरीर में लगभग 80% पानी होता है जो की शरिर के सभी ग्रंथो को क्रियानवित रखने में सहायक होती है। इसलिए कहते है की ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए क्यूंकि आवश्यक मात्रा में पानी पीना शरीर के लिए लाभप्रद साबित होती है।

6. लक्ष्य के प्रति तत्पर:- सभी सफल व्यक्तियों का सफल होने का एक मूल-मंत्र है वह यह है की वे अपने कार्यों के प्रति तत्पर होते है और तत्परता के साथ अपने कार्यों को सिद्धू करते है। यदि आप भी सफल सफल होना चाहते है तो कार्यों को सजगता व तत्परता के साथ करें साथ ही अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिदिन तत्पर हों ताकी असफलता की परछाई से आपको छू न सकें अर्थात् असफल होने की संभावना कम हों।

7. नाकारात्मक विचारों को छोड़े:- नकारात्मकता क्या है? यदि हम नाकारात्मक विषय की बात करें तो नाकारात्मकता हर व्यक्ति में होता है। यदि कोई व्यक्ति अपने कार्यों के प्रति सजगता से कार्य करता है तो उसमें नाकारात्मक विचारों की कमि होती है क्योंकि वह व्यक्ति अपने कार्यों में लगा रहता है इससे उसके पास इतना समय ही बचता की उसके मस्तिष्क में नाकारात्मक विचार आए। इसी तरह आप भी अपनें कार्यों से जुड़े रहे इससे आपमे नाकारात्मक विचार की उत्पत्ति की संभावना कम से कम होगी।

Disclaimer:- यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना आवश्यक है कि Allimpulses.in किसी भी प्रकार की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता या जानकारी को अमल में लाने से पहले सम्बन्धित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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