Yashasvi Jaiswal : Biography, Struggle In Hindi।। यशस्वी जैसवाल की जीवनी व संघर्ष

दोस्तों यह कहानी एक ऐसे लड़के की है जिसने एड़ी-चोटी की दम लगाकर अपने लक्ष्य के प्रति अग्रसर रहा और यह हर उन बच्चो के लिए बहुत बड़ी उदाहरण है जो की अपने लक्ष्य व अपने सपनो को साकार रूप देना चाहते है।

यशस्वी भूपेंद्र कुमार जैसवाल : एक भारतीय पेशेवर क्रिकेटर है जो कि घरेलू क्रिकेट में मुंबई और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते है। वह दक्षिण अफ्रीका 2020 के अंडर-19 के विश्व कप के मैचों में अग्रणी रन स्कोरर और ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ थे। उन्होंने 11.05.2023 को कोलकाता नाइट राइडर्स (के.के.आर) के खिलाफ 2023 में सबसे तेज अर्धशतक बनाएं, और उस पारी में 98 रनों के साथ नाबाद खेले (बिना आउट हुए)।

दोस्तों ये कहानी उस छोटे से गांव सुरियावा से शुरू होती है जो की उत्तर प्रदेश राज्य के भदोही में है।

यह कहानी एक छोटे से गांव का एक लड़के की है जो कि अपने बचपन के समय में टी.वी. देख रहा था और उसमे सचिन तेंदुलकर की बैटिंग देखकर उसके दिल में क्रिकेटर बनने का जज्बा जगा और जो जज्बा उस वक्त जगा था उसके मन में की क्रिकेटर बनना है उस जज्बे को साकार रूप में प्रतिपादित करने हेतु कई कठिनाइयों के बावजूद अपने सपनो/लक्ष्य को पूरा करने व साकार रूप देने हेतु कड़ी मेहनत व उसमे संलग्न रहते हुए निरंतरता बरती।

हो सकते है राह में कांटे बहुत से, हार ना मानना उन कांटो से अपनी राह पर चलते रहना आपको अपने लक्ष्य की ओर बढ़ाती है। 

दोस्तों आज यशस्वी जैसवाल को कौन नहीं जानता? यह एक जीवनी है जो की एक क्रिकेटर की है जो की आपकों अपने सपनो की ओर प्रेरित कर उसे प्राप्त करने में सहायक होगी। इस लेख को पढ़ें और समझे की कैसे हम भी इसके द्वारा प्रेरित होकर अपने लक्ष्य के प्रति सतर्क व सजग रहे जिससे हम अपने सपनो को साकार करने में यह मददगार हों।

एक आम लडका जिनके पिता हार्डवेयर का दुकान चलाते थे और मां एक हाउसवाइफ थी। घर में आर्थिक तंगी और उनके यहां कुल मिलाकर 6 भाई बहन है। उनके पिता के पास उतने पैसे नहीं थे की वे उसे क्रिकेटर बनने के लिए मदद कर सकें। फिर भी उस लड़के के अन्दर कुछ अलग ही अपने सपने को पूरा करने के लिए अलग ही चाहत थी कि उसे अपने ऊपर पुरा भरोसा व मेहनत करने की एक अलग ही लालसा थी अपने सपनों के लिए।

और फिर यशस्वी जैसवाल अपने सपने लिए 11 साल की उम्र में मुंबई आएं। उन्होंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव भरे दिन देखे पर उसका लक्ष्य कभी न डगमगाया क्योंकी उसे अपने आप और अपनी मेहनत और सफल होने की लालसा ने उसे कभी डगमगाने नहीं दिया।

यशस्वी जब वो गांव छोड़ कर गया तब वह आजाद मैदान के अकादमी ज्वाइन कर ली लेकिन आजाद मैदान दादर से काफी दूर होने के कारण उन्हे आने-जानें में बहुत ज्यादा समय लग जाता था जिसके कारणवश वह अपने चाचा के पास कलादेवी गया और उसके चाचा ने उन्हे एक डेयरी शॉप में काम लगवा दिया जिसे करने के साथ साथ उसे वहां खाना मिल जाता था लेकिन 10-11 साल की उम्र में प्रैक्टिस के साथ-साथ काम करना बहुत ही मुश्किल भरा जीवन था जिसकी वजह से वह प्रैक्टिस करने के बाद पूरा थक जाता था जिसके कारण दुकानदार ने उसे काम से निकाल दिया क्योंकी उससे काम नहीं हो पाता था।

यशस्वी अपना पेट पालने के लिए आजाद मैदान में पानीपुरी भी बेचा करता था। फिर भी उस लड़के के जज्बे ने उसे अपनें सपनों के लिए अग्रसर रखा। इन जैसे कई मोड़ आए जिसे खदेड़ कर यशस्वी अपने लक्ष्य के लिए सतर्क रहा।

यशस्वी बताते है की उनके इस मुकाम तक पहुंचने में उनके कोच ज्वाला सिंह का बहुत बड़ा योगदान है। ज्वाला सिंह के कोचिंग में यशस्वी के टैलेंट में ऐसा निखार आया की वो एक बेहतर क्रिकेटर बन गए। यशस्वी कहते है की मुझे इस मुकाम में लाने में उनका अहम भूमिका है।

यशस्वी की बैटिंग :-

यशस्वी की शानदार बैटिंग में सभी को चौंका रखा है। मैच की बात करें तो कोलकाता नाइट राइडर्स ने 8 विकेट के नुकसान पर 149 रन बनाएं। युजवेंद्र चहल ने 4 विकेट झटके, जबकि वेंकटेश अईयर ने अपने टीम के लिए सर्वाधिक रन 57 रन बनाएं। इसके साथ ही साथ राजस्थान रॉयल्स ने 13.1 ओवर में जीत हासिल कर लिया। वहीं यशस्वी ने केवल 47 गेंदों में नाबाद 98 रनों की पारी खेली, कप्तान संजू सैमसन ने 29 गेंदों में नाबाद 48 रनों की पारी खेली। इसी जीत के साथ पॉइंट्स टेबल में राजस्थान रॉयल्स तीसरे नंबर पर पहुंची।

आईपीएल 2023 में यशस्वी –

  • 1 vs गुजरात
  • 44 vs लखनऊ
  • 47 vs बैंगलोर
  • 77 vs चेन्नई
  • 124 vs मुंबई
  • 14 vs गुजरात
  • 35 vs हैदराबाद
  • 98* vs कोलकाता

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