सफलता? सफल होना हर किसी की ख्वाहिश होती है की वह भी अपनें जीवन में सफलता की प्राप्ति करें व अपने जीवन में बड़ी मुकाम हासिल करें यह सामान्यतः हर कोई चाहता है किंतू यह केवल सबकी ख्वाहीश तक ही सीमित रह जाती है क्योंकी सफलता के विषय में सभी अंजान या इसी बात में खोए रहते है कि क्या करें और क्या न जिससे सफलता की प्राप्ति आसानी से हो सके।
सफलता कोई अर्जून के हाथों से निकली हुई कोई बाण नही है की सीधा मछली की आंख में जा लगे। धनुर्धारी अर्जून को भी उस मछ्ली के आंख में बाण केन्द्रित करने के लिए उसमे तीर लगाने के लिए कई वर्षो की तपस्या का फल था जो की परिश्रम करके उन्होंने अनुग्रहित की थी जिसके बदौलत अर्जून द्रौपदी के स्वयंवर में उस मछ्ली के आंख में ध्यान केन्द्रित कर बाण उसके आंख में लगाई थी। सफलता की प्राप्ति ऐसे ही नहीं हो जाती उसके लिए कड़ी मेहनत व दृढ़ निश्चय इत्यादि चीजों से पारंगत होते हुए कार्य करने की जरूरत होती है। आइए आज उन्ही पांच तरीकों के बारे में जानें जिसे अपनाकर सफलता प्राप्ति में आसानी हो —
1. लक्ष्य निर्धारण :- जिस तरह किसी भी कार्य को करने से पहले उसकी योजना बनाई जाती है, ठीक उसी तरह सफल होने के लिए सर्वप्रथम उसकी लक्ष्य निर्धारित करते है क्योंकी यदि आप बिना लक्ष्य निर्धारीत किए सफलता प्राप्त करना चाहते है तो यह एक बंजर जमीन पर फसल बोने के समान है अर्थात आपको उससे कोई फायदा नहीं होगा और साथ ही आपकी मेहनत और समय बर्बाद होगा उस कार्यको करने से बिना जमीन के बारे में जानें और आपकी असफलता के कारण आप दुखी व कार्य करने में आप असंतोष जनक रहेंगे। इन सभी कारणों की वजह से सर्वप्रथम अपने कार्य के प्रति लक्ष्य निर्धारित करें जिससे असफल होने की संभावना न्यूनतम हो।
2. मेहनत :- सफलता क्या है? सफलता मेहनत का फल है जो हर कोई ऐसे ही सफल नही हो जाता, सफल होने के लिए व्यक्ति को जीं-जां लगाकर मेहनत करनी पड़ती है तब जाकर सफल कोई सफल हो पाता है। जिस प्रकार पानी को नदी में मिलने के लिए , अपने आप को विशाल कर सामने आने वाली समस्या जैसे पूल, नहर , मिट्टी के सैलाबों को पार कर कही जाकर पानी और नदी का मिलन होता है उसी प्रकार हमे भी प्रयास करनी चाहिए।
3. कोशिश :– अपने जीवन में हर कोई चाहता है की वह सफल हो किंतू कई बार इस कदर वो निराश हो बैठते है की दोबारा कोशिश ही नही करते। हर सफल व्यक्ति के जीवन का एक मूल मंत्र है की वह कभी हार नहीं मानता की वह अपनी एक कोशिश में नाकाम हो गया तो क्या हुआ वह व्यक्ति दोबारा प्रयास करता है यही उसके सफलता का राज़ है इसलिए आप भी कभी-कभी प्रयास करने पर सफल न हो तो निराश न हों और कोशिश करते रहे।
सफलता किसी की जागीर नहीं है जो उसे मिल जाये सफलता उसी को मिलता है जो हमेशा प्रयासरत व कोशिश करता रहता है।
4. खुद से ईमानदार :– सफलता कोई खाना नहीं है जिसे बनाया और खा लिया। सफलता उस कड़ी के समान है जिसमे चावल के बीज (पैदा होने) से लेकर उसे बनाने तक का प्रक्रियां सफलता के समान है। यदि आप अपने आप से ईमानदार होंगे तो आप सफलता की कड़ी में नई ऊंचाईयों को छू लेने में सक्षम व निरंतरता का निर्वहन करेंगे यद्यपि आपके असफल होने की संभावना बहुत कम होंगी यदि आप खुद अपने मेहनत व अपने आप में ईमानदार होंगे।
5. ड्रेसिंग सेंस :– “जैसा देश वैसा भेष” यह एक कहावत है जो की एक सफल व्यक्ती को कैसा होना चाहिए उसके समान है। वह इस प्रकार- कहावत के अनुसार व्यक्ति को अपने हाव भाव जहा हो उसी के अनुसार दर्शाना चाहिए। उसी प्रकार व्यक्ती जिस भी क्षेत्र में सफल होना चाहता है उसे उस क्षेत्र में सफ़ल कैसे हों उसके अनुरूप कार्य करना चाहिए ताकि असफलता की परछाई तक उसे छू न सके।
यदि आप सफल होना चाहते है तो इन तरीकों को अपनाए उस क्षेत्र में पारंगत को प्राप्त करने वालों से राय लें की सफलता प्राप्ती के लिए क्या करें और क्या न जिससे सफल होने की संभावना अधिक हो।
Disclaimer:- यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरुरी है कि Allimpulses.in किसी भी प्रकार की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता या जानकारी को अमल में लाने से पहले सम्बन्धित विशेषज्ञ से सलाह लें।
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