"अभिप्रेरणा अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए व्यक्ती की एक प्रकार की क्रिया है, अभिप्रेरणा एक ऐसी शक्ति है जो व्यक्ती को अपने गंतव्य/लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करती है।"
बिना प्रेरित हुए कोई व्यक्ती कुछ नही करता या वह व्यक्ति अपने कर्मो में कोई बदलाव या निरंतरता नही लाता है। उचित अभिप्रेरणा क्या है? उचित अभिप्रेरणा वह है जो व्यक्ती को अपने के लक्ष्य या कर्मो के प्रती सजग या जो व्यक्ती को बिना चुके कार्यरत रहने के लिए प्रेरित करती है।
दरअसल यदि कोई व्यक्ति कड़ी मेहनत नही करता तो वह व्यक्ती अपने कड़ी मेहनत से आश्वस्त नही है क्योंकि कड़ी मेहनत वही लोग करते है जब वह 100% आश्वस्त होते है की कड़ी मेहनत के अलावा कोई विकल्प नहीं है। बचने का भी कोई रास्ता नही है। व्यक्तियों को अपने बुनियादी जरूरतों के अलावा भी कई चीजों में दिलचस्पी होती है जिसे वे प्राप्त करने की चाह या कामना करते है यद्यपि ऐसी इच्छाएं पूर्ण नही होती या जीवन स्तर का उत्थान। जीवन की बेहतरी आदि जब ऐसी इच्छाएं उत्पन्न होती है तब ऐसी इच्छाएं ही ज्वलनशील इच्छाओं का प्रारूप ले लेती है, तो ये वास्तविक प्रेरणा बन जाती है। तब लोगो को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रदर्शन के अलावा कोई रास्ता नही, कोई विकल्प नही मिलता है।
यदि आप भी अपने कार्य/ मेहनत से आश्वस्त नही है तो पहले आप अपनी लक्ष्य की पुष्टि करे यद्यपि आप इसी उलझन में फंसे रहेंगे। तत्पश्चात आप अपने लक्ष्य के प्रती सजगता से कार्यारत होकर कड़ी मेहनत करे।